क्या आपको पता है कि अब हिन्दू धर्म और हिंदुस्तान की चर्चा मुस्लिम देश UAE में भी होगी क्योंकि अब यहां हिंदू धर्म का पहला मंदिर बन कर तैयार हो चुका है, जिसका उद्घाटन आज 14 फरवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। मंदिर का निर्माण बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के द्वारा कराया गया है। आपको बता दें कि मंदिर 20,000 मीटर वर्ग में फैला हुआ है। मंदिर अबू धाबी से 30 मिनट की दूरी पर स्थित है। उक्त मंदिर के इतने भूमि के लिए प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के प्रिंस का आभार जताया। साथ ही मंदिर के लिए जमीन देने के फ़ैसले को सही बताया | 2017 में अबू धाबी के राजकुमार ने मंदिर के लिए जमीन भेंट की थी।
मंदिर की नींव 2019 में रखी गई | 5000 बीएपीएस भक्त मंदिर के शिलान्यास समाहरो का हिस्सा बने थे | | मंदिर के पत्थर को भारत की तीन प्रमुख नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र जल से धोया गया | इस कार्यक्रम का हिस्सा भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, जापान, अफ्रीका, चीन और अन्य देश थे | 2020 के बाद भारत में पत्थरों पर मूर्तियां उकेरने का काम जोरों शोरों से जारी रहा। अबू धाबी में बना यह हिंदू मंदिर 108 फीट ऊंचा है। इसे बनाने में 40,000 क्यूबिक फीट संगमरमर, 1,80,000 क्यूबिक फीट बलुआ पत्थर, 18,00,000 ईंटों का उपयोग किया गया है। साथ ही मंदिर में 300 सेंसर लगाए गए हैं, जिससे भूकंप की तीव्रता के बारे में पता चल पाएगा।
क्या है मंदिर से जुड़ी खास बाते
मंदिर के निर्माण में बड़ी मात्रा में संगमरमर, बलुआ पत्थर तथा ईंटों का प्रयोग हुआ है। मंदिर का डिजाइन वैदिक वास्तुकला से प्रेरित है। भारत के कारीगरों ने इसमें गहन नक्काशी कर इसे बनाया है | विदेश मंत्री एस जयशंकर अभिनेता अक्षय कुमार और संजय दत्त जैसी बड़ी हस्तियों के साथ-साथ 50 हज़ार से ज्यादा लोगों ने इस निर्माण कार्य में अपना योगदान दिया है। मंदिर निर्माण में 700 करोड़ से ज्यादा खर्च आया है। मंदिर परिसर में आगंतुक केंद्र, प्रार्थना स्थल, प्रदर्शनी, बच्चों के खेलने का स्थान, फूड कोर्ट, किताबें और उपहार की दुकानें भी है।