Fake Medicine News, Ghaziabad: खबर दिल्ली के पास गाजियाबाद की है|जहां नकली दवाइयां बनाने की कम्पनी पकड़ी गई है| इसकी सूचना गाजियाबाद में ड्रग्स विभाग को मिली थी| आपको बता दें कि साहिबाबाद थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर इलाके में नकली दवाइयों की मैन्युफैक्चरिंग का काम चल रहा था| जिसके बाद गाजियाबाद ड्रग्स विभाग ने दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी शुरू की| जिसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया| आरोपी का नाम विजय चौहान बताया जा रहा है| अब पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया है| यह व्यक्ति पिछले एक साल से ड्रग विभाग और पुलिस की आँखों में धूल झोंककर नकली दवाइयां बना रह था|
प्राप्त सूचना के अनुसार फैक्ट्री के ग्राउंड फ्लोर पर एलईडी बल्ब रिपेयरिंग का काम चलता था| जिससे सबको यह लगे कि यहां एलईडी बल्ब रिपेयर होते है| हैरानी की बात यह थी कि ऊपर के फ्लोर पर बड़े पैमाने पर नकली दवाईया बनाने का काम किया जा रहा था| इस ऑपरेशन में दो जगह छापेमारी की गई थी| एक राजेंद्र नगर औद्योगिक क्षेत्र में तो दूसरी न्यू डिफेंस कॉलोनी भोपुरा के गोदाम में| यहां से बरामद माल की कुल कीमत करीब 80 लाख रुपए बताई जा रही है| गौरतलब है कि इनमें ग्लोकॉनॉर्म जी-2 औरजी 1, Telma-H, Telma-M पेंटोसिड DSR, ओमेज DSR, मॉबीजॉक्स दवाइयों के साथ साथ इनको बनाने का कच्चा माल, पैकेजिंग मेटेरियल भी बरामद हुआ है| आपको बता दें कि इसमें गैस, शुगर, और बीपी जैसी बीमारियों के लिए नामी कंपनियों की नकली दवाइयां शामिल हैं|
ड्रग्स इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्रा ने बताया कि फैक्ट्री से बरामद माल में खाली खोखे, पैकेजिंग मटेरियल, हाईटेक बिलस्टर पैकेजिंग मशीन, और भारी मात्रा में खाली कैप्सूल मिले हैं| इसके साथ ही नकली दवाईयों की फैक्ट्री से नामी ब्रांड कंपनियों की डमी दवाई, ओमेज डीएसआर और पैन डी के कैप्सूल, और इंकजेट प्रिटिंग मशीन भी बरामद की गई हैं|इन नकली दवाइयों को लोग अपनी बीमारियों को ठीक करने के लिए खा रहे थे। पर उन्हें यह पता ही नहीं कि यही उनकी जान की दुश्मन है|
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