गूगल ने हाल ही में भारत में लॉन्च किया है गूगल वॉलेट। आपको बता दें की ये वॉलेट भारत से पहले ग्लोबली उपलब्ध था। और अन्य देशों मे इसकी सफलता के बाद इसे भारत में लाया गया है। अधिक से अधिक लोग गूगल वॉलेट को डाउनलोड कर रहें है, गूगल प्ले-स्टोर पर अभी तक के डाउनलोड्स की संख्या 5 लाख से अधिक पहुंच गई है। जहां गूगल वॉलेट एक अच्छी शुरूआत के साथ बाजार में उतरा है, वहीं लोगो को ये डर है कि कहीं ये गूगल पे को बंद करने की कोई शुरूआत तो नहीं है। तो आईये समझते हैं। गूगल पे और गूगल वॉलेट दोनों में क्या अंतर है।
गूगल पे और गूगल वॉलेट में अंतर।
दरअसल भारत में जो गूगल वॉलेट लॉन्च किया गया है, वो ग्लोबल वर्जन से काफी अलग है। क्योंकी भारतीय वर्जन में बैंक कार्ड एड और पेमेंट नहीं किया जा सकता, जबकी ग्लोबल वर्जन में आप पेमेंट और बैंक कार्ड ऐड दोनो कर सकते है। इस वॉलेट को सिर्फ एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध कराया गया है, जबकि गूगल पे सभी के लिए उपलब्ध है। गूगल पे की मानें तो ये पूरी तरह से एक पेमेंट एप है। गूगल पे एप से बैंक अकाउंट को लिंक करके यूपीआई पेमेंट कि जाती है। तो कुल मिला कर गूगल पे एक डिजिटल पेमेंट एप है और गूगल वॉलेट एक डिजिटल वॉलेट है।
गूगल वॉलेट की विशेषताएं।
गूगल वॉलेट का इस्तमील करने के लिए आपको अपने गूगल अकाउंट से लॉगिन करना होगा। जिसके बाद आपको फ्लाइट बुकिंग का टिकट, मूवी टिकट, वाउचर आदि दिखने लगेंगे। इसकी एक खास बात तो ये है,की ये फ्लाइट के बारे में रियल टाइम अपडेट देगा और लेट होने पर रिमाइंडर भी देगा। लेकिन भारतीय रेलवे के साथ अभी साझेदारी नहीं होने के चलते इसपर अभी रेलवे का टिकट फिलहाल स्टोर नहीं है। इतना ही नहीं BMW कार के मालिक अपनी डिजिटल कार की को इसमें सेव कर सकते हैं।