ISRO NEWS: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी कि इसरो (ISRO) ने नए साल की धमाकेदार शुरूआत की है। भारतीय स्पेस एजेंसी ने साल के पहले दिन ही एक्स-रे पोलरीमीटर सैटेलाइट (XPoSat) की सफल प्रक्षेपण कर फिर से इतिहास रच दिया है। एक बार से इस ऐतिहासिक सैटेलाइट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकटा से छोड़ा गया है। आपको बता दें कि यह सैटेलाइट अंतरिक्ष में जाकर ब्लैक होल्स की स्टडी करेगा। पूरी दुनिया में, ऐसा करने वाला भारत दूसरा देश बन गया है।
पिछले साल के अक्तूबर महीने में गगयान डी-1 के सफल प्रक्षेपण के बाद इस किया जा रहा है। इस मिशन का जीवनकाल पांच वर्ष के आसपास बताया जा रहा है। एक्सोपसैट को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) -सी 58 के द्वार छोड़ा गया है। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने नए साल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “1 जनवरी 2024 को पीएसएलवी का एक और मिशन सफल हो गया” । आपको जानकर खुशी होगी कि इस मिशन को पूरी तरह से महिलाओं ने तैयार किया है। यह विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी और मजबूती को प्रदर्शित करता है।
जानकारों की माने तो भारत अब इस तरह की मिशन को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आने वाले समय में भारत अंतरिक्ष मिशन में पूरी दुनिया के लिए एक मजबूत विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। यह एक बड़े मंच की संभावना को तलाशने में सफल रहा है। एक्सोपोसैट अंतरिक्ष की रहस्यमयी दुनिया का अध्ययन कर ब्लैक होल के बारे में जानाकारी जुटाएगा। यह इस तरह का पहला समर्पित वैज्ञानिक उपग्रह है। इस तरह के कारनामे को इसरो से पहले यूएस की स्पेश एजेंसी नासा(NASA) ने दिसंबर 2021 में सुपरनोवा विस्फोट और ब्लैक होल से निकलने वाली कणों की धाराओं के अध्ययन के लिए मिशन लॉच किया था।
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