Ram Mandir Update: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले होने वाली नगर शोभायात्रा को रद्द कर दिए जाने की सूचना है। अब रामलला केवल अपने जन्मभूमि परिसर में ही भ्रमण करेंगे। सोमवार को इस संबंध में मंदिर पदाधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि यह फैसला भारी भीड़ और सुरक्षा कारणों से लिया गया है। रामलला की प्राणप्रतिष्ठा काशी के जाने माने आचार्य श्री गणेश्ववर द्रविड़ के निर्देशन में होना तय हुआ है।
सोमवार को अयोध्या पहुंचे श्री गणेश्वर द्रविड़ आचार्य जी ने निर्माण समिति के अन्य पदाधिकारियों के संग बैठक की । उक्त बैठक में यह फैसला लिया गया कि रामलला के नगर भ्रमण के कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ सकती है। जिससे कि इसे नियंत्रण करने में प्रशासन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। समिति ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पास कर दिया है।
आपको बता दें कि 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति मंदिर परिसर में पहुंचेगी। उसके बाद शोभयात्रा को जन्मभूमि परिसर में ही निकाला जाएगा। समिति ने यज्ञ मंडप और हवन कुंडो का भी जायजा लिया। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंडप और नौ हवन कुंडो का कार्य सोमवार तक पूरा कर लिया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के लिए पहले चरण में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों का जत्था अयोध्या पहुंच गया है। जिसमें 2 उपाधीक्षक, 14 क्षेत्राधिकारी, सहित कई आरक्षी भी शामिल हैं। अभी दो और चरणों में पुलिस के जवान अयोध्या पहुंचेंगे। पूरा महकमा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए कमर कसे हुए है। माना जा रहा है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में लाखों श्रद्धालु आ सकते हैं। इनमें देश-विदेश के विशिष्टजन भी शामिल होंगे।
पूरे नगर की सुरक्षा के लिए पीएसी, आरएएफ, सीआरपीएफ, एसटीएफ, समेत एटीएस, एनआईए और एनडीआरएफ के जवान भी लगाए जाएंगे। सुरक्षा के लिहाज से अलग-अलग स्थानों पर टीमों की तैनाती की जा रही है। देश की सुरक्षा एजेंसियां भी अपनी निगरानी और छानबीन में जुटी हैं। देश के सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढा दी गई है। आने-जाने वाले वाहने की तलाशी ली जा रही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सारी एजेंसियों ने अपनी कमर कस रखी है।