SANSKAR BHARTI: समाज में भगवान श्री राम की मर्यादा को समझाने के लिए संस्कार भारती, दिल्ली प्रांत शाखा द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कला के माध्यम से भगवान श्री राम के जीवन- मूल्यों तथा आर्दशों को य़ुवा पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से इसे किया गया है। इस कार्यक्रम में समरसता के नायक श्री राम को केंद्र में रखकर संगीत, नृत्य, नाट्य, चित्रकला तथा मूर्तिकला के उदीयमान कालकारों ने अपने विहंगम प्रस्तुतियों से सब का मन मोह लिया।
इस कार्यक्रम में संस्कार भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री अभिजीत गोखले जी, भारत भूषण जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रान्त के साथ-साथ संस्कार भारती के अखिल भारतीय महामंत्री अश्वनी दलवी जी, अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य अशोक तिवारी जी, देश की जानी मानी नृत्यांगना कमलिनी नलिनी जी, संस्कार भारती दिल्ली प्रांत के कार्यकारी अध्यक्ष प्रभात कुमार जी उपस्थित दर्ज की। सभी गणमान्य लोगों की उपस्थिति में नटराज प्रतिमा के सामने दीप जलाकर दिल्ली कला उत्सव का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम स्वागत भाषण में प्रभात कुमार जी ने कहा कि इस उत्सव का उद्देश्य दिल्लीवासियों के अंदर अपनी कला-संस्कृति को लेकर जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आमजन के समक्ष श्री राम के समरस समाज की संकल्पना को लेकर लोगों को जागरूक बनाना है।
उत्सव भाषण में उपस्थिति दर्ज कराते हुए अश्विन दलवी जी ने कला अभिव्यक्ति को सबसे सशक्त माध्यम बताया साथ ही साथ भारत भूषण जी ने सभी को बिना किसी वर्गभेद के जीवन जीने के लाभ के बारे में इंगित किया। इस कार्यक्रम में श्री राम से जुड़ी पेंटिंग्स और मूर्तिशिल्प की प्रदर्शनी लगाई गई साथ ही कला की पारंपरिक और लुप्त होती विधाओँ जैसे कठपुतली, बाइस्कोप, लोकनृत्य, लोकगायन आदि के माध्यम से लोगों को श्री राम और आज के समय में उनकी प्रासंगिकता के बारे में बताने का प्रयास किया गया। इस अवसर पर कवि सर्वश्री राजेश अग्रवाल, अर्जुन सिसोदिया, राजेश चेतन, अनिल अग्रवंशी तथा बसंत जैन ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों से पूरा कार्यक्रम राममय कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने भी पूरे आयोजन का भरपूर आनंद उठाया।