GIFTS TO SHRI RAM: अवध नगरी अपने प्रभु श्री राम के स्वागत में आखें बिछाए खड़ी है। 22 जनवरी को श्री रामजन्मभूमि में रामललाल का प्राण प्रितष्ठा का कार्यक्रम तय है। जिसके बाद अयोध्या के साथ पूरी दुनिया अपने प्रभु श्रीराम का दर्शन कर पाएगी। भगवान राम के घर आगमन पर पूरे देश के अलग-अलग कोनों से उपहार भेजे जा रहे हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इन उपहारों की अनगिनत श्रृंख्ला में विदेशी लोग भी अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए बढ-चढ कर योगदान दे रहे हैं।
भगवान श्रीराम की ससुराल यानी कि माता सीता की जन्मभूमि जनकपुर से भर-भर के उपहार भेजे जा रहे हैं। इसी कड़ी में श्रीलंका से आए एक प्रतिनिधिमंडल ने अपने अयोध्या दौरे में श्रीलंका में स्थित अशोक वाटिका से लाए गए एक चट्टान के टुकड़े को उपहार स्वरूप भेंट किया। यह वही अशोक वाटिका है जिसका वर्णन रामायण में उस स्थान के रूप में किया गया है, जहां जनकदुलारी सीता को अपहरण करके रखा गया था। आइए जानते हैं कि श्रीराम को भेजे गए कुछ उपहारों पर।
आस्था का प्रतीक 108 फीट लंबी अगरबत्ती
राम में अपनी आस्था को दिखाते हुए, भारत के पश्चिमी राज्य गुजरात से 3600 कलो वजन की अगरबत्ती आई है। इस अगरबत्ती की लंबाई 108 फीट बताई जा रही है। कहते हैं एक बार जला देने पर यह अगरबत्ती अगले डेढ़ से दो महिने तक जलती रहेगी। मार्केट में इसकी अनुमानित कीमत 5 लाख के आसपास बताई जा रही है।
1100 किलो का दीपक
वैसे तो श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूरे देश में घी के दीपक जलाए जाएंगे, लेकिन साथ ही उस दिन अयोध्या में श्रीराम के समीप अभी तक का सबसे बड़ा दीपक जलाया जाएगा। 1100 किलो के इस दीपक को मिट्टी और पंचधातु की मदद से बनाया गया है। इसमें एक बार में 850 लीटर घी डाला जा सकता है।
2100 किलो का घंटा
रामलला के प्रांगण में 2100 किलो का घंटा लगाया जाएगा। इसे बनाने में 2 साल से ज्यादा का वक्त लगा है। अष्टधातु से बने इस घंटे की ऊंचाई 6 फीट और चौड़ाई 5 फीट के आसपास बताई जा रही है। इसकी कीमत 10 लाख के आसपास है।
10 फीट ऊंटा अलीगढ़ का मशहूर ताला
वैसे तो भगवान राम ही सबकी सुरक्षा करते हैं लेकिन लोकाचार और मंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर, तालों के देश के सबसे नामी स्थान अलीगढ़ से 10 फीट ऊंचा ताला भेजा जा रहा है। इस ताले का वजन 400 किलो है और यह दुनिया का सबसे बड़ा ताला और चाबी है।
सोने के जूते
जी हैं चौकने की बात नहीं है। श्रीराम की भक्ति का एक रस यह भी है कि हैदराबाद से भक्त अपने प्रभु श्रीराम के लिए सोने के जूते लेकर आ रहा है।
सोने का घोड़ा
बिहार के चंपारण से प्रभु श्रीराम के लिए 17 किलो वजनी सोने के घोड़े को भेजा जा रहा है। मिथिला का श्रीराम से अभिन्न नाता रहा है। इसलिए सभी मिथिलावासियों की ओर से अपने दामाद प्रभु श्रीराम के लिए अलग-अलग तरह के तोहफे भेजे जा रहे हैं। आपको बता दें कि मिथिला ही एक मात्र ऐसी जगह है, जिसे भगवान श्रीराम को गाली देने का अधिकार प्राप्त है, क्योंकि यहां पर अपने दामाद को लोकगीतों में विशेष आयोजनों पर गाली देने की परंपरा वर्षों पुरानी है।
रामलला के लिए अयोध्या आगमन पर इतना ही नहीं लखनऊ से एक अनोखी घड़ी आ रही है। यह घड़ी एक साथ 8 देशों क समय बताती है। उपहारों की इस श्रृंख्ला में माता सीता के लिए एक अनोखी साड़ी तैयार करवाई गई है, जिसमें भगवान राम का जीवन चित्रण किया गया है। हीरे के व्यापारी ने पांच हजार अमेरिकी डायमंड और 2 किलो चांदी का उपयोग करके एक अनोखा हार अपने प्रभु के लिए भेजा है।