SOLAR ECLIPSE 2023: साल का आज आखिरी सूर्यग्रहण लग रहा है। आज का सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार 8 बजकर 34 मिनट से मध्य रात्रि 2 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। सूर्यग्रहण वलयाकरा होगा और एक अंगूठी यानी कि रिंग के समान दिखाई देगा। आज का सूर्य ग्रहण हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन माह की सर्वपितृ अमावस्या पर लगने जा रहा है।
आज लगने वाला सूर्यग्रहण इस साल का आखिरी सर्य ग्रहण होगा। हालांकि आज लगने जा रहे सर्यूग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा। जिसकी वजह से भारत में इस सूर्यग्रहण का सूतक काल नहीं माना जाएगा। जिसकी वजह से किसी भी तरह के विशेष कार्यपद्धति लागू नहीं होगा बल्कि कार्य पहले की तरह सामान्य तौर पर ही होते रहेंगे। आपको ज्ञात हो कि सूर्य ग्रहण लगने से ठीक 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है।
साल 2023 का यह आखिरी सूर्य ग्रहण जहां भारत में नहीं दिखने जा रहा है तो वहीं सूर्य ग्रहण को उत्तरी अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, कोलंबिया, क्यूबा, ब्राजील यानी कि दक्षिणी अमेरिका में भी देखा जा सकता है। सूर्य ग्रहण के दौरान पृथ्वी से सूर्य को देखने पर उसके बीच का हिस्सा एक काली आकृति सी नजर आती है और उसका बाहर का हिस्सा छल्ले की तरह। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तो ऐसी स्थिति बनती है।
भारतीय समयानुसार रात को लगने वाला, साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण पर कई विशेष योग बन रहे हैं। सूर्य ग्रहण आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के कारण सर्वपितृ अमावस्या पर लगने के कारण खास है। आपको बताएं कि इसी दिन 15 दिनों तक चलने वाले पितृपक्ष का आखिरी दिन होता है और इसके अगले दिन से शारदीय नवरात्री का आरंभ हो जाता है।
हालांकि सूर्य ग्रहण के दिन सूतक काल में भगवान की मूर्ती आदि को छूने की मनाही होती है। सूतक काल में मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं और कहा जाता है कि सूर्यग्रहण को कभी भी नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए नहीं तो आंखों की रौशनी को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने से मना भी किया जाता है। कहते हैं ग्रहण में श्मशान घाट तक नहीं जाया जाता है और ना ही कोई शुभ काम किए जाते हैं।