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विलुप्त होती हिरण की प्रजातियों का बसेरा है यह झील

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Manipur Loktak lake: वैसे तो भारत में बहुत सारी खूबसूरत जगहें हैं, जहां लोग घूमने जाना पसंद करते हैं। लेकिन उनमें से एक है मणिपुर। क्या आपको पता है कि मणिपुर का स्विटजरलैंज भी कहा जाता है। वैसे तो मणिपुर में कई पर्यटक स्थल हैं लेकिन यहां की खास पहचान यानी कि लोकटक लेक लोगों के बीच काफी मशहूर है। इसे भारत का एकमात्र तैरने वाली झील भी कहा जाता है। लोकटक झील को सरकार ने इसकी सुंदरता और कुदरती नियामत के लिए राष्ट्रीय उद्यान का भी दर्जा दे रखा है।  “लोकटक झील” का मणिपुर की अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपुर्ण योगदान है| क्या आपको पता है कि लोकटक लेक का यह मदरलैंड को सेवन सिस्टर में भी गिना जाता है।

इस एक मात्र तैरते हुए राष्ट्रीय उद्यान किबुल लंजो के नाम से भी जाना जाता है। यह मणिपुर राज्य के विष्णुपुर जिले में स्थित है। यह लगभग 40 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस राष्ट्रीय उद्यान में लुप्त हो रही संगाई हिरन की प्रजातियों सहित, जलीय पौधों के साथ-साथ कई प्रकार के दुर्लभ जानवरों का भी घर है। इनमें शामिल है एक ऐसी वनस्पति जिसे हम “फुमदी” भी कहते हैं। आपको बता दें कि इन फ्लूमिडिस यानी कि फुमदी के कारण ही इसे तैरती हुई झील कहते हैं। यह झील मछुआरों की आजीविका की आय का स्रोत भी है और यहां हर साल पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है|

चलिए आपको मणिपुर के बारे में कुछ और बातें बता दें। यहाँ के पुरुष परंपरागत तौर पर सफेद रंग की पगड़ी, सफेद रंग की धोती और कुर्ता पहनते हैं। जबकि महिलाएं विशेष तरह की पोशाक पहनती है जैसे इनाफि, फिनक और स्कर्ट।  अब बात करते हैं यहाँ के प्रमुख व्यंजनों की जिसमें शामिल है- चामथोंग, मोरोक मेटका, एरोम्बा, पाकनाम, सिंगजु, नागा अटाबॉ और चाकहाओ खीर आदि| जो भी मणिपुर आता है, यहां के व्यंजनों का मज़ा जरूर लेता है| खानों का नाम सुनकर मजा ले लिया हो तो, चलिए अब यहाँ के धार्मिक स्थल के बारे में बता दें, जिसे आप यहां आकर घूमना बिलकुल मिस ना करें। इनमें शामिल हैं- लियांग थांग लेरेबि मंदिर, सन्माहि कियोंग मंदिर, सेंट जोसेफ कैथेड्रल चर्च, थाइजिंग मंदिर, जामा मस्जिद आदि।

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