Types and Colors of Rose: भारत में सदियों से गुलाब प्रार्थना, प्रेम , स्वाद और सेहद के लिए इस्तेमाल होता रहा है। इसलिए तो अगर किसी को प्रेम का प्रतीक चुनना हो तो उसकी समझ उसे सबसे पहले गुलाब तक ले कर जाती है। अगर उसे ईश्वर से तादात्मय स्थापित करना हो तो वह गुलाब के फूल अर्पित कर आता है। पान से लेकर मिठाई तक में गुलाब से बने गुलकंद का स्वाद और सेहद से वर्षों पुराना नाता रहा है। इसलिए तो हमारी सभ्यता में गुलाब का एक अहम स्थान है।
गुलाब के फूल से सिर्फ खूबसूरती ही नहीं निखरती बल्कि इसके साथ सेहत को भी बहुत फायदा पहुंचता है। कहते हैं गुलाब की पंखुड़ियों के सेवन से बहुत सारी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में राहत मिलती है। आर्युवेद में भी इसकी महत्ता को बताया गया है। यह जहां व्यक्ति के यौवन को बेहतर बनाता है तो वहीं मन, हृद्य और तंत्रिका तंत्र को भी तंदुरूस्ती प्रदान करता है।
गुलाब के अलग-अलग रंगों के हैं अलग-अलग मतलब
वैसे तो गुलाब, गुलाब ही है। चाहे रंग कुछ भी हो, लेकिन प्रकृति तो समान ही होगी। लेकिन हम ने समय और समाज के निर्माण में प्रकृति के विभिन्न रंगो के भी अलग अलग सामाजिक इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इसी का उदाहरण है गुलाब के अलग रंगों की अलग आधुनिक सामाजिक मान्यता। इसलिए तो लाल गुलाब को सच्चे दिल से प्यार के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। यह रोमांस, प्यार और सुंदरता का प्रतिनिधित्व करता है। किसी को दिल की बात कहनी हो तो लाल गुलाब है ना। इसके बाद नंबर है पीले गुलाब का। जी हां इसे दोस्ती का प्रतीक माना जाता है। अगर आपको किसी से प्यार की शुरूआत एक दोस्त के तौर पर करना चाहते हैं तो यह रंग आपके लिए ही है।
नंबर पे नंबर, तीसरा नंबर है गुलाबी गुलाब का। अगर कोई आपको गुलाबी गुलाब देता है, तो फिर वह दोस्ती को जरूरी मानता है। अब आप ऑरेंज गुलाब को ही ले लिजिए। यह एनर्जी, उत्साह और आकर्षण का संदेश देते हैं। तो देखा आपने, गुलाब एक लेकिन रंग अनेक और हर एक रंग के हैं अपने मायने।
अलग रंगों के साथ अलग-अलग प्रकार के गुलाब
गुलाब के विभिन्न रंग ही नहीं बल्कि इसके कई प्रकार भी होते हैं। इनमें से पहला लेते हैं-हाईड्रेजिड टी गुलाब। इस प्रकार के गुलाब बड़े और सुंदर होते हैं। आप दुकानों पर अक्सर जिस आर्कषक गुलाब को देखते हैं, वह यही होता है। इनके अंदर एक शानदार सुगंध होती है। दूसरा है-फ्लोरिबुंडा गुलाब। यह हाईड्रेजिड की तरह ही है। लेकिन इसकी विशेषता है कि यह एक ही डाली पर बहुत सारे फूल उगाते हैं। यह आपको बगीचों और पार्क में आपको देखने को मिल जाएगा।
आगे नाम है क्लाइमिंग गुलाब (Climbing Rose) का। आपको नाम से ही स्पष्ट हो रहा होगा कि यह किसी सहारे औसत से कहीं ज्यादा ऊंचाई तक बढ़ता है। इनकी लताएं लंबी होती हैं। इसके बाद नंबर है मिनिएचर गुलाब का। यह सामान्य गुलाब से काफी छोटा होता है। लेकिन फूल बहुत ही प्यारे होते हैं। इसे आप बालकनी, टेरेस या इनडोर के रूप में भी लगा सकते हैं। आगे आता है-श्रव गुलाब। यह विशाल झाड़ के रूप में उगते हैं इसलिए तो इसे श्रव गुलाब (Shrub Rose) कहते हैं।