आजकल इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हमारे पास अपने लिए थोड़ा सा भी समय नहीं है। और ऐसे में में हम कहीं न कहीं अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी अनदेखा करते रहते हैं। वर्क प्लेस पर सुबह से लेकर शाम तक एक ही जगह पर बैठे बैठे हम लगातार स्क्रीन के सामने अपने कामों में ही लगे रहते हैं, और जब तक ऑफिस छूटने का समय नहीं होता तब तक मजाल है कि कोई हमें अपनी जगह से उठा भी पाए। वर्क फ्रॉम ऑफिस हो या वर्क फ्रॉम होम आज के समय में सभी जगह यही हाल है। और इन सब के चलते हरेक व्यक्ति के स्वास्थ्य और मन के लिए जो सबसे जरूरी चीज है – योग, वो धीरे धीरे हमारी दिनचर्या से गायब ही होता जा रहा है। तो आइए हम आपको बताते हैं ऐसी आसान योग मुद्राएं जो आप अपने वर्क प्लेस पर भी आसानी से कर सकते हैं –
अंग संचालन : इसे सूक्ष्म व्यायाम भी कहते हैं। आप आंखों को, जीभ को, हाथ-पैर की कलाइयों, पंजों, कमर और गर्दन को दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे करते हुए गोल-गोल घुमाएं। हाथों की मुट्ठी को खोलें और बंद करें। इसी तरह पैरों की अंगुलियों की योगा एक्सरसाइज करें। दोनों कंधों को क्लाकवाइज एवं एंटी-क्लाकवाइज 4 से 5 बार घुमाएं।
यह एक्सरसाइज हाथ-पैर, जोड़ों का दर्द, साइटिका, नेत्र रोग, तनाव, सिरदर्द, गर्दन का दर्द, कमर दर्द, पीठ दर्द, पेट के रोग, कमजोर बोन, रक्त अशुद्धता, आलस्य, कब्ज आदि रोगों में लाभदायक है।
अंगड़ाई लेना : कानों को मरोड़ें, पूरा मुंह खोलकर बंद करें। अच्छे से अंगड़ाई ले। बिल्ली या कुत्ते की तरह अंगड़ाई लेना भी एक प्रकार का योग है जिससे मांसपेशियों में खिंचाव होता है और वे फिर से तरोताजा हो जाती है।
हाथ–पैरों की एक्सरसाइज : दाएं हाथ से बायां कंधा और बाएं हाथ से दायां कंधा पकड़कर उसे दबाएं। फिर दोनों हाथों से एक दूसरे हाथ की कलाई पकड़कर ऊपर उठाते हुए सिर के पीछे ले जाएं। श्वास अन्दर भरते हुए दाएं हाथ से बाएं हाथ को दाहिनी ओर सिर के पीछे से खीचें। गर्दन व सिर स्थिर रहे। फिर श्वास छोड़ते हुए हाथों को ऊपर ले जाएं। इसी प्रकार दूसरी ओर से इस क्रिया को करें।
पांच मिनट का ध्यान करें : समय हो तो मात्र 3 मिनट का ध्यान करें। इसे आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। मानसिक द्वंद्व, चिंता, दुख: या दिमागी बहस शांत हो जाएगी और तनाव दूर होगा। तनावग्रस्त्र या ज्यादा सोचग्रस्त्र रहें तो ध्यान करते वक्त पेट और फेफड़ों की हवा पूरी तरह से बाहर निकाल दें और नए सिरे से ताजी हवा भरें। ऐसा पांच से छह बार करें।
नमस्कार मुद्रा और ताली : आप नमस्कार की मुद्रा में दोनों हाथों की हथेलियों को हल्का से प्रेशर दें अर्थात एक दूसरे को दबाएं। इससे आपके कंधे और गर्दन की नसें खुलेंगी और उनमें रक्त संचार अच्छे से होगा। दूसरा आप हथेलियों को बजाने की बजाएं ठोंके इससे भी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
हमारे हाथ के तंतु, मष्तिष्क के तंतुओं से जुड़े हैं। हथेलियों को दबाने से या जोड़े रखने से हृदयचक्र और आज्ञाचक्र में सक्रियता आती है जिससे जागरण बढ़ता है। उक्त जागरण से मन शांत एवं चित्त में प्रसन्नता उत्पन्न होती है। हृदय में पुष्टता आती है तथा निर्भिकता बढ़ती है। इस मुद्रा का प्रभाव हमारे समूचे भावनात्मक और वैचारिक मनोभावों पर पड़ता है, जिससे सकारात्मकता बढ़ती है। यह सामाजिक और धार्मिक दृष्टि से भी लाभदायक है।
योग एक आश्चर्यजनक एवं शक्तिवर्धक औषधि है। अगर वैज्ञानिक तरीके से, प्रतिदिन 40 मिनट योग किया जाए, तो यह शरीर के अंगों के तंतुओं को पुनः ताजा कर देता है, जिससे शरीर रूपी मशीन सुचारू रूप से कार्य कर सकती है। हाल के कई वैज्ञानिकों ने परीक्षण कर यह उजागर भी किया है कि यदि हम किसी अंग का उपयोग नहीं करते हैं, तो उसे खो बैठते हैं।
Ab apni work desk par kare 5 aasan yog