बात बात पर एंटी-बायोटिक खाने वालों के लिए खुशखबरी है कि आयुर्वेद ने भी हर्बल एंटी-बायोटिक दवाई की खोज कर ली है। जी आपने बिलकुल ठीक सुना आयुर्वेदिक दवाई बनाने वाली एमिल फार्मास्यूटिकल ऐसी पहली कंपनी बनी जिसने फीफाट्रोल नाम की हर्बल एंटी-बायोटिक टेबलेट तैयार की है। फीफाट्रोल आल इंडिया मेडिकल साइंस भोपाल द्वारा जाँची परखी जा चुकी है और उसे वहां के डॉक्टरों ने कारगर माना है! तुलसी, कुटाकी, चिरायता, मोठा, गिलोए, दारुहल्दी, करंजी, अपामार्ग के मिश्रण से बनी फीफाट्रोल शरीर दर्द, बहती नांख, रायनाइटिस और सीने की जकड़न में कारगर सिद्ध हो रही है।
एमिल फर्मास्यूटिकल भारत की अग्रणी आयुर्वेदिक कंपनी है जिसने आयुर्वेद में अभूतपूर्व योगदान दिया है। पिछले पैंतीस सालों से आयुर्वेदिक दवाइयों में शोधरत है एमिल ने नीरी, एम्लीक्योर डीएस (Amlycure DS), एमिल फर्मास्यूटिकल ने हजार से अधिक दवाइयों के फार्मूले तैयार किये हैं। एम्लीक्योर डीएस (Amlycure DS) लीवर के लिए कारगर सिद्ध हुई है! लाखों लोग इसके सेवन द्वारा किडनी की बीमारियों में बेहतर परिणाम पा रहे हैं।
एलोपैथी द्वारा बनी एंटीबायोटिक दवाइयां आपको त्वरित राहत तो देती हैं। लेकिन इनके लगातार सेवन से होने वाले साइड इफेक्ट्स को नकारा नहीं जा सकता। हालिया शोध के अनुसार एलोपैथी कि एंटीबायोटिक दवाइयां के अनियंत्रित प्रयोग से वायरस और जीवाणुओं में प्रतिरोधक शक्ति बढ़ रही है। ऐसे में फीफाट्रोल एलोपैथी दवाइयों का एक बेहतर विकल्प बन सकती है और मनुष्य के शरीर को एंटीबायोटिक दवाइयों के उपयोग से होने वाले नुकसान से बचा सकती है।
AIMIL pharamaceuticals bni duniya ki pheli company jisne bnai herbal anti biotic dawai