टीम द हिन्दी
दो पीढ़ियों के वैचारिक अंतर को पाटना है बेहद जरूरी
टीम हिन्दी
समय के साथ परिस्थितियां, आवश्यकताएं, सोच-विचार, जीवन-शैली सभी में परिवर्तन हो रहा है और परिवर्तन की मांग प्रबल भी हो रही है। जो...
छोटे मन से आज़ादी
छोटे मन से आज़ादी
महज़ 'झण्डे' लहराने से क्या हासिल..
दिलों की नफ़रतें हिल सकें
तो शायद कुछ हो हासिल
महज़ 'जय हिन्द' कहने से क्या हासिल..
अंदर की...
सम्पूर्ण संसार समाहित है कृष्ण की लीलाओं में
टीम हिन्दी
कहा जाता है कि कृष्ण की लीलाओं में सम्पूर्ण संसार है. इसीलिए कृष्ण को सम्पूर्णता में परिभाषित करना सभी के लिए मुश्किल है....
कान्हा की बांसुरी में आज भी कायम है जलवा
टीम हिन्दी
बाँसुरी की अभिव्यक्त शक्ति अत्यंत विविधतापूर्ण है, उससे लम्बे, ऊंचे, चंचल, तेज़ व भारी प्रकारों के सूक्ष्म भाविक मधुर संगीत बजाया जाता है।...
ग्राम-युग्म अवधारणा के साथ मधुबनी लिटरचेर फेस्टिवल 24 से 27 दिसंबर...
नई दिल्ली। ग्राम-युग्म अवधारणा के साथ मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल राजनगर और सौराठ, दोनों ऐतिहासिक सांस्कृतिक महत्व के स्थलों को लेकर आयोजन की रूपरेखा तैयार...
कितना साइंटिफिक है ताम्बे के बर्तन में खाना बनाना
टीम हिन्दी
सेहतमंद खाना पकाने के लिए आप तेल-मसालों पर तो पूरा ध्यान देते हैं, पर क्या आप खाना पकाने के लिए बर्तनों के चुनाव...
प्रेस एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी के चुनाव नतीजे आए
प्रेस एसोसिएशन के चुनाव नतीजे आ गए हैं। पीआईबी एक्रीडिएटेड-प्रत्यातित पत्रकारों की इस संस्था के चुनाव में जयशंकर गुप्ता अध्यक्ष, आनंद मिश्रा उपाध्यक्ष, सीके...
रहीम के दोहे में सामाजिक समरसता
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दोहे की प्रकृति ‘गागर में सागर’ भरने की होती है। दिल की जितनी गहराई से उठा भाव दोहे की शक्ल लेता है, उतना...
नानाजी देशमुख: समाजसेवा के लिए जिन्होंने अपना सबकुछ छोड़ा
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जब तक व्यक्ति में स्व का भाव होता है, वह समाज और देश के लिए विशेष नहीं कर सकता है। स्व यानी अपना।...
लग्जीरियस ब्रांड का बढ़ता दबाव
टीम हिन्दी
पहनने का कोई आइटम हो या रोजाना यूज किए जाने वाले प्रोडक्ट। यूथ को तो बस ब्रांडेड ही चाहिए। और ब्रांडेड न...