Bapu Tower, Patna: पटना के गर्दनीबाग स्थित बापू टावर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। इसकी साज-सज्जा का कार्य अपने अंतिम चरण पर है। यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित देश का पहला सबसे बड़ा टावर है। सूचना है कि बापू टावर का उद्घाटन 4 फरवरी को होना है। बापू टावर को भवन निर्माण विभाग और निर्माण एजेंसी द्वारा तैयार किया गया है। इसे बनाने में कुल 129 करोड़ रूपए की लागत आई है।
टावर के गोलाकार भवन में तांबे की परत लोगों का ध्यान खींच रही है। बापू टावर की प्रदर्शनी गैलरी में लगने वाली मूर्तियां और कलाकृतियों का निर्माण गुजरात के अहमदाबाद की फैक्ट्री में निर्मित है। रात के समय में इसमें जलने वाली लाइट से इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है।
आपको बता दें कि बापू टावर परिसर में प्रवेश करने के लिए आपको गर्दनीबाग के मुख्य सड़क पर बने गेट नंबर 1 का इस्तेमाल करना होगा। परिसर में 50 के आसपास चार पहिया वाहन के अलावा 150 मोटरसाइकिल लगाने की सुविधा उपलब्ध होगी। बापू टावर के मुख्य द्वार के पास के काउंटर से पर्यटक टिकट ले पाएंगे। आपको बता दें कि बापू टावर एक गोलाकार भवन है। इसमें आपको बापू से जुड़ी चीजों को दिखाया जाएगा साथ ही परिसर के भूतल पर टर्न टेबल थियेटर शो के जरिए पर्यटकों को बापू की जीवनी भी दिखाई जाएगी।
पर्यटक, इस टावर भवन में घूमते हुए बापू से जुड़े इतिहास को देख पाएंगे। टावर में 42 करोड़ की लागत से गांधी जी के साथ साथ बिहार से जुड़े इतिहास के पन्नों को भी दिखाया जा रहा है। बापू टावर की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 अक्तूबर 2018 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर रखी थी। इसका निर्माण कार्य दो साल में पूरा होना था, लेकिन कोरोना महामारी के साथ साथ अन्य कारणों की वजह से परियोजना में थोड़ी देरी हुई। महात्मा गांधी को समर्पित यह टावर बापू के जीवन, शिक्षाओं और बिहार के साथ उनके जुड़ाव की कहानी बताएगा।