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NEW DELHI: देश की राजाधानी दिल्ली में शहरी बुनियादी ढ़ांचे के विकास के लिए निजी वित्त दोहन द्वारा जी 20 इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप से मिले सबक पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने किया। कार्यशाला के आयोजन में मंत्री महोदय ने कहा कि आज के समय की मांग है कि सेवाओं के सही तरीके से अंतिम छोड़ तक पहुंचाया जाए। इसके लिए वित्तीय परियोजनाओं की स्थिरता के साथ डिजिटल प्रौद्योगिकी का भी अहम योगदान है। इसके लिए योजनाओं की परिचालन क्षमता में तेजी लाना है।
आपको बताएं कि इस कार्यशाला का आयोजन केंद्रीय आवास और शहरी मंत्रालय और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन ने मिलकर किया था। इस कार्यशाला का उद्देश्य भारत की जी 20 के दौरान शहरी बुनियादी ढ़ांचे के विकास के लिए, निजी पूंजी को आकर्षित करने के लिए जो तरीकों को इजाद किया गया, उनपर केंद्रित था। निजी पूंजी का बेहतर समन्वय और इससे मिले सबक पर बात की गई। कार्यक्रम के पहले सत्र में प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री बिबेक देबरॉय ने शहरी बदलाव पर विचार तथा शहरी शासन व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर जोर देने की वकालत की।
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के सचिव श्री अजय सेठ ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं का उद्देश्य देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में शहरों के महत्व को रेखांकित करना है। श्री सेठ ने भविष्य के शहरों को टिकाऊ लचीला और समावेशी बनाने पर जोर देने की बात की ।
बीते दिनों भारत ने जी 20 की अध्यक्षता करके पूरी दुनिया को यह साबित कर दिया कि अब हमारा देश किसी भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन के लिए तैयार है। इस तरह के सम्मेलन से ना सिर्फ देश की स्थिति विश्व स्तर पर मजबूत होती बल्कि शहरी क्षेत्रों का भी आमूल-चूल विकास होता है। देश ने जी 20 के मेजबानी को सफलता से पूरा कर एक मानक उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस तरह के आयोजनों से देश की स्थिति और अर्थव्यवस्था दोनों सुदृढ़ होते हैं।
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