हम सब जानते हैं कि बादाम,काजू,अखरोट खाना बहुत फायदेमंद होता है। सूखे मेवे में प्रोटीन,फाइबर,कैल्शियम,फैटी एसिड सब पाये जाते हैं। इनकी कमी लोगों के न्यूट्रीशन लेवल को भी काफी असर करता है। लकिन कुछ को इन नट्स से एलर्जी भी होती है। बादाम-काजू का ज्यादा कीमत की वजह से कई लोग इन्हें अफोर्ड भी नहीं कर पाते।
इनका ईलाज है नट्स की जगह बिज। जी हां कुछ बीजों में नट्स के बराबर तो कुछ में उन से ज्यादा पोषण होता है। इसलिए यह मत सोचिए कि आपको सिर्फ बादाम और काजू ही न्यूट्रीशन दे सकते है। क्या आपको पता है भारतीय बाजारों में आसानी से मौजूद ये बीज न्यूट्रीशन का पावरहाउस है। बस जरूरत है इसे जल्द से जल्द डाइट में शामिल करने की। इन बीजों की मदद से शरीर में थकावट,खून की कमी जैसी दिक्कतों से छुटकारा पाया जा सकता है।
आइए आपको बताते है कुछ ऐसे सीड्स के बारे में जिन से आपका शरीर स्वस्थ्य और पोषणयुक्त रहेगा।
फ्लैक्स सीड्स यानि कि अलसी के बीज– अलसी के बीजों को आज-कल फ्लैक्स सीड्स के नाम से ज्यादा पुकारा जाता है। पहले के समय में अलसी हमारे भोजन पद्धति में खाने में शामिल था। सुबह से लेकर रात के खाने में हम इसे शामिल करते थें। लेकिन आज कल हम इसे फ्लैक्स सीड्स के नाम से तो जानते हैं लेकिन आज यह हमारे खाने में वैसी हिस्सेदारी नहीं देता जैसे एक-दो दशक पहले देता था। अलसी में कैंसर,हाई ब्लड प्रेशर,मोटापा से बचाने की ताकत होती है। क्या आपको मालूम है जिस प्रोटीन के पीछे आप भाग रहे हैं वो 100 ग्राम अलसी के बीज में लगभग 18 ग्राम के आसपास मिलता है। इसलिए इन्हें हाई प्रोटीन फूड माना जाता है।
सूरजमुखी के बीज– सूरजमुखी के फूल की बहुत सारी कहानियां तो बचपन में पढ़ी ही होगी तो आपने लेकिन क्या आपको पता है एक मुठ्ठी भर सूरजमुखी के बीज में बहुत सारा प्रोटीन,फाइबर,आयरन,पोटैशियम होता है। इसमें कॉपर,मैंगनिश्यिम,विटामिन-सी की भी अच्छी खासी मात्रा देखने को मिलती है।
कद्दू के बीज– भारतीय भोजन में कद्दू की सब्जी किसने नहीं खाई होगी लेकिन आज आपको इस में मौजूद फायदे को गिना दूं तो आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इसकी बीज में ब्लैडर,लिवर,आंत,इंफ्लामेशन यानी कि पेट की जलन को दूर करने की ताकत होती है। इसमें प्रोटीन,फाइबर समेत कई सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
तिल के बीज– तिल सिर्फ भारतीय पूजा पद्धति में इस्तेमाल होने वाली सामग्री नहीं बल्कि इसके कई सारे फायदे हैं। उत्तर भारत में मकर संक्राति में तिल के लड्डू के बारे में तो आपने सुना ही होगा। जी हां तिल का यह लड्डू ठंड के मौसम में ना सिर्फ हमारे शरीर को गरम रखता है बल्कि हमारे खून में शुगर लेवल को भी नियंत्रित करता है। तिल हमारे कोलेस्ट्रॉल लेवल के भी मेनटेन रखता है जो कि आज-कल के जीवनचर्या का एक बायप्रोडक्ट बन गया है। इसमें मौजूद कई सारे विटामिन और मिनरल्स हमारे शरीर को स्वस्थ और अंदर से मजबूत बनाता है।
खीरे के बीज– खीरा को धरती के बढ़ रहे तापमान और इससे पैदा हुई गरमी के रामबाण इलाज माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि खीरे के बाज को मिठाईयों में भी इस्तेमाल किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगा कि खीरे के बीज में एंटीऑक्सिडेंट के साथ-साथ,फाइबर भी मौजूद होता है। जिसके सेवन से स्किन के अलावे हमारे बाल भी काफी स्वस्थ रहते हैं। खीरे का बीज एंटी-बैक्टीरियल भी होता है। यानी की दांत से संबंधी बीमारियों में भी मदद करता है खीरे का बीज।
तो अपने आस-पास में मौजूद फल और सब्जियों के बीज को अपने खान-पान में शामिल करें और एक स्वस्थ जीवन जीए। अपनी मिट्टी में पनपे इन बीजों को सिर्फ नई पौधों का सृजन करने वाला ही ना समझें बल्कि अपने स्वास्थ्य का प्रहरी भी माने और हर दिन इसे भोजन में शामिल करने की कोशिश करें।