पिछले साल देश मे हुए लॉकडाउन की वजह से खान सर ने ऑनलाइन क्लास को बढ़ावा दिया, वे अब अपने यूट्यूब चैनल ‘खान जी एस रिसर्च सेंटर’ और ‘खान सर ऑफिशियल’ मोबाइल एप्प के ज़रिए छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराते हैं।
आपको बता दे कि, खान सर के पढ़ाने के इस अनोखे अंदाज़ को लोगों ने इतना सराहा कि उनका यूट्यूब चैनल कुछ ही महीनों में काफी प्रसिद्ध हो गया और आज की तारीख में उनके चैनल के करीब 10+ मिलियन से भी ज़्यादा सब्सक्राइबर्स है।
खान सर बिहार के ऐसे शिक्षक हैं जो सामान्य बोल-चाल व मनोरंजन की भाषा में पढ़ाते हैं। चाहे कोई भी विषय क्यों न हो उसे हिंदी में सरल तरीके से समझाने के लिए खान सर आज पूरे देश में लोकप्रिय है। आज जहाँ अंग्रेजी में गलत पढ़ाने व समझाने वालों की भरमार है वहीं खान सर हिंदी भाषा में बिल्कुल सही व सटीक जानकारी लोगों तक पहुँचाते हैं। उनके पढ़ाने की खासियत ये हैं कि वे मुश्किल से मुश्किल चीज़ को भी सरलता से चित्रों के माध्यम से समझाते हैं। आप चाहे किसी भी बैकग्राउंड के हो, खान सर की पढ़ाई चीज़ आपको ज़रूर समझ में आएगी।
खान सर भाषा को महत्व न देके ज्ञान को महत्व देते हैं। उनका मानना है कि, “कोई भी भाषा आपको सफल या असफल नहीं बनाती बल्कि आपका ज्ञान आपको सफल बनाता है।” और उनकी यही बात लोगो को सबसे ज़्यादा पसंद आती है। लोग उन्हें ‘अब्दुल कलाम’ के नाम से भी बुलाते हैं।
देश के कई आईएएस अफसरों ने भी खान सर के यूट्यूब वीडियो पर ट्वीट करके कहा कि, “अगर उनके ज़माने में खान सर जैसे टीचर होते तो वो यूपीएससी एग्ज़ाम टॉप कर जाते।” यानि देश के हर वर्ग के लोग उनके वीडियोज़ दिलचस्पी के साथ देखते हैं।
पढ़ाने के साथ ही खान सर ने अनाथ बच्चों के लिए संस्थाएं व गाय की रक्षा के लिए गौशाला खोली और समय-समय पर गरीब लोगों की मदद के लिए वे प्रोग्राम का आयोजन भी करते रहते हैं।
वर्तमान में खान सर ने कोरोना पर कुछ वीडियो बनाये, जो देश व समाज के लिए काफी फायदेमंद रहे। उनके वीडियो से काफी लोगों को महामारी में सहायता मिली। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री व सोनू निगम जैसे कलाकारों ने भी उनकी काफी प्रशंसा की। पिछले साल खान सर की कोचिंग पर कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला किया था जिससे उनकी कोचिंग को भारी नुकसान हुआ पर इन सब चीजों से वे डरे नहीं, उन्होंने पढ़ाने का कार्य जारी रखा। उन्होंने कहा कि, “मैं ये सब अपने देश के लिए कर रहा हूं, अगर ये करते हुए मेरी जान भी चली जाए तो मुझे कोई परवाह नहीं। मैं अपने इस कार्य को बंद नहीं करूंगा, मैं अपने देश के हर एक बच्चे को सस्ती व मुफ्त शिक्षा मुहैया कराता रहूंगा, ताकि हमारे देश का भविष्य उज्ज्वल बन सकें।”
Patna ke khan sir