आदतन आलोचना करने वालों पर ध्यान मत दीजिए… हमें अपना फोकस कभी छोड़ना नहीं चाहिए।
नई दिल्ली। आने वाला समय बोर्ड परीक्षाओं का है। जो विद्यार्थी दसवीं और बारहवीं का इस साल बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं, वे अभी तनाव में हैं। उनके परिवार के लोग भी बेहतर परिणाम को लेकर चिंतित हैं। भविष्य की अपेक्षाओं और आशाओं के कारण कई बार छात्र पर अधिक दबाव होता है। इन्हीं दबावों को कम करने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के तमाम छात्रों से बात की। राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षार्थियों से सीधा संवाद किया। तमाम डिजिटल मंचों से पूरे देश के बोर्ड परीक्षार्थी उनसे जुड़े। छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब ज़िंदगी और जगत बहुत बदल चुका है। आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है… इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा लेकिन ज़िन्दगी कभी पार नहीं कर पाएगा।
छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप अच्छा करेंगे तो भी हर कोई आप से नई अपेक्षा करेगा… चारों तरफ से दबाव होता है लेकिन क्या हमें इस दबाव से दबना चाहिए? ऐसे ही आप भी यदि अपनी एक्टिविटी पर फोकस रहते हैं तो आप भी ऐसे संकट से बाहर आ जाएंगे। कभी भी दबाव के दबाव में ना रहें। आदतन आलोचना करने वालों पर ध्यान मत दीजिए… हमें अपना फोकस कभी छोड़ना नहीं चाहिए। मां-बाप से भी मेरा आग्रह है कि टोका-टोकी के जरिए आप अपने बच्चों को ‘मोल्ड’ नहीं कर सकते। हर मां-बाप अपने बच्चों का सही मूल्यांकन करें और बच्चों के भीतर हीन भावना को ना आने दें।
उन्होंने कहा कि जब एक बार आप इस सत्य को स्वीकार कर लेते हैं की मेरी एक क्षमता है और मुझे अब इसके अनुकूल चीजों को करना है… आप जिस दिन अपने सामर्थ्य को जान जाते हैं, उस दिन बहुत बड़े सामर्थ्यवान बन जाते हैं। पहले काम को समझिए… हमें भी जिस चीज की जरूरत है उसी पर फोकस करना चाहिए। अगर मुझे कुछ अचीव करना है तो मुझे स्पेसिफिक एरिया पर फोकस करना होगा… तभी परिणाम मिलेगा। हमें ‘स्मार्टली हार्डवर्क’ करना चाहिए, तभी अच्छे परिणाम मिलेंगे। जो मेहनती विद्यार्थी है उसकी मेहनत उसकी जिंदगी में अवश्य ही रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले जाएगा लेकिन वो कभी भी आपकी ज़िन्दगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी।
छात्रों के सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केवल परीक्षा के लिए ही नहीं हमें अपने जीवन में हर स्तर पर टाइम मैनेजमेंट को लेकर जागरूक रहना चाहिए। आप ऐसा स्लैब बनाइए कि जो आपको कम पसंद विषय है उसको पहले समय दीजिए… उसके बाद उस विषय को समय दीजिए जो आपको पसंद है। आज दुनिया में आर्थिक तुलनात्मक में भारत को एक आशा की किरण के रूप में देखा जा रहा है।2-3 साल पहले हमारी सरकार के विषय में लिखा जाता था कि इनके पास कोई अर्थशास्त्री नहीं है सब सामान्य हैं,PM को अर्थशास्त्र के बारे में कुछ नहीं पता। जिस देश को सामान्य कहा जाता था वे आज चमक रहा है।