शत शत नमन उस संकल्प को
जो कर्म पथ पर रूकता नहीं
संक्रामक विपदा के काल में
हमारा सेवा कार्य थमा नहीं।
इसे आत्मसात किया है नीरज शर्मा ने। फरीदाबाद के लोगों के लिए नीरज शर्मा केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि उम्मीद की किरण हैं। सेवा की प्रतिमूर्ति। सामाजिक सरोकारों से लबरेज नीरज शर्मा अपनी किशोरावस्था से ही समाजसेवा में जुट गए। जब भी कोई इन्हें आवाज लगाता, अपनी क्षमता के अनुसार, ये उसका काम करता। आज ये फरीदाबाद के विधायक के रूप में अपना सामाजिक योगदान कर रहे हैं।
वर्तमान में जब पूरा देश लाॅकडाउन की चपेट में हैं। दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों की चिंता है, वैसे में वे सबकी चिंता कर रहे हैं। उनके क्षेत्र में कोई न भूखा रहे, न किसी को सेवा-सुश्रुषा में दिक्कत आए, इसके लिए वे अपनी टीम के साथ सदा तत्पर हैं।
टीम हिन्दी के साथ बातचीत में विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस वैश्विक महामारी को हराने के लिए हम सभी को संयम से काम लेना है। आपको अवगत कराना चाहूंगा कि मैंने स्वेच्छा से अगले एक वर्ष तक 50 प्रतिशत वेतन व एलटीसी हरियाणा रिलीफ फंड में दिया है। इससे पहले एक माह का पूरा वेतन, ट्रैवल अलाउंस और सरकारी सुरक्षा में वापिस कर चुका हूं। इसके साथ ही वेतन संबंधित 1000 से ज्यादा शिकायतों पर योजनाबद्ध तरीके से काम हो रहा है, मुझे उम्मीद है सबका वेतन मिलेगा। अप्रैल माह के वेतन के लिए मैं व्यक्तिगत स्तर पर सरकार और उद्योगपतियों से बात कर रहा हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरी बातें सुनी जाएंगी। नीरज शर्मा ने बताया कि टीम पंडितजी लगातार लोगों तक खाना पहुंचाने का कार्य कर रही है। हमारा संकल्प की विधानसभा का कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए।
ऐसा नहीं कि एनआईटी फरीदाबाद के विधायक नीरज शर्मा कोरोना के समय ही जनता के बीच आए हैं। जनता के बीच और जनता के लिए हमेशा तत्पर रहना उनकी आदत है। मार्च महीने की बात है, उन्होंने खुद को मिले दोनों गनमैनों को सरकार को वापस लौटा दिया। राज्य के गृहमंत्री अनिल विज और पुलिस महानिदेशक मनोज यादव को उन्होंने पत्र लिखा था, पुलिस महानिदेशक ने तुरंत संज्ञान लिया और विधायक की सराहना भी की। असल में, वह साधारण इंसानों की तरह जनता के बीच रहना चाहते हैं। हालंाकि, हरियाणा के पुलिस महानिदेश ने विधायक के आवास के नजदीकी सारन थाने को निर्देश दिया कि जब भी विधायक नीरज शर्मा को सुरक्षा की जरूरत पडे, उन्हें तुरंत सुरक्षा उपलब्ध किया जाए।
जब टीम हिन्दी के एनआईटी के कई लोगों से बात की, तो यह बात सामने आई कि विधायक पंडित नीरज शर्मा की मजदूरों के हक की लड़ाई निरंतर जारी है। आपको बताना चाहेंगे अभी कुछ दिनों पहले विधायक नीरज शर्मा ने सभी उद्योगपतियों से अपील की थी कि लॉक डाउन अवधि का वेतन सभी मजदूरों कर्मचारियों को दिया जाए। इस कड़ी में फरीदाबाद के डीएलसी से भी मिले थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात की। इसके साथ ही भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार से मिलकर उनको इस पूर्ण समस्या बारे अवगत कराया और पत्र देकर यह कहा कि कृपया आप इस मजदूरों के हक की लड़ाई को आगे ले कर जाए, ताकि सभी मजदूरों को उनका हक मिल सके।
टीम हिन्दी के साथ बातचीत में विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि वर्तमान में पूरा देश लाम पर है, हर कोई काम पर है। हमारी कोशिश है कि जिस जनता ने हमें अपना प्रतिनिधि बनाया है, हम उसके हर उम्मीदों को पूरा करने की भरसक प्रयास करें। हम उसी अभियान में लगे हुए हैं।
नोट: द हिन्दी ने संकल्प लिया है कि वह भारतीयता की बात करेगी। बीते दो साल से हम इसमें लगे हुए हैं। सच है कि शुरुआत में हमने राजनीति और राजनीतिज्ञों पर बात नहीं की। हालांकि, भारतीय जनमानस में दोनों की उपादेयता है। दोनों के बिना हमारा समाज आखिर पूरा कहां होता है। राजानीतिज्ञ हमारे समाज के हैं और सामाजिक ताना बाना बनाने में उनकी अहम भूमिका होती है। टीम हिन्दी पंडित नीरज शर्मा जैसे समाज के कर्मवीरों की बात अब आपके समझ लाएगी।
उम्मीद है कि हमारे पाठक इस पर अपना सुझाव और विचार देंगे।
Samaj ke karmveer neeraj sharma