Tag: ‘द हिन्दी’
प्राचीन ऋषि-मुनियों की रोगोपचार हेतु पुरातन चिकित्सा पद्धति: अग्निहोत्र – रक्षा...
प्राचीनकाल में भारत 'आर्यावर्त' नाम से जाना जाता था। और इस आर्यावर्त का अर्थ होता था- 'सभ्य, सुसंस्कृत लोगों का देश, हमारे ऋषि-मुनियों का...
हिन्दी के पतन के लिए कितने जिम्मेदार हैं हिन्दी न्यूज चैनल्स
हिन्दी...जिसे संविधान में राजभाषा का दर्जा प्राप्त है. भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है. लेकिन अक्सर सुना और देखा जा...
आधुनिक समय में वैदिक ज्ञान का महत्व – पंकज जगन्नाथ जयस्वाल
ऐसा क्यों था कि हम भारतीय हमेशा इस बात को देखते हैं कि भारत के बारे में क्या गलत है और कभी इस बात...
सिविल सर्विस परीक्षाओं में हिंदी व अन्य मातृभाषाओं के प्रबल समर्थक-...
आज के वक़्त में जब भी कोई सरकारी या सिविल सर्विस परीक्षा देने के बारे में सोचता है तो कहीं न कहीं उसके दिमाग...
धार्मिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक: हमारा भारत- तरूण शर्मा
“बहु भाव व एकत्व भव"
अर्थात् 'एकरूपता ही समरसता का वास्तविक अर्थ है।'
हमारी भारत भूमि संतों, मुनियों और राष्ट्रभक्तों के खून पसीने से सींची गई...
आप रहें ठाठ से, जब करें योग के ये 8
दोस्तों, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है। इस विशेष दिवस पर हम अच्छीखबर के सभी पाठकों के साथ योग अभ्यास के कुछ पहलुओं...
करोना और लॉकडाउन के कठिन वक़्त में एक छोटा-सा सकारात्मक संदेश...
'द हिंदी' परिवार की ओर से
इस करोना और लॉकडाउन के कठिन वक़्त में एक छोटा-सा सकारात्मक संदेश
"बे वजह घर से निकलने की ज़रूरत क्या...
हमारी परम्पराएँ और रीती रिवाज़ – आस्था या वैज्ञानिक तर्क
हिंदू परंपराओं की जब बात की जाती है, तो लोग कई तरह के तर्क-वितर्क करते हैं, लेकिन इन सबों के बावजूद हिंदू परंपराओं का...
तुलसी का महत्व हमारे जीवन में I Benefits of Tulsi –...
तुलसी पर द हिन्दी की विशेष वीडियो प्रस्तुति
"तुलसी वृक्ष ना जानिए। गाय ना जानिये ढोर।।
गुरू मनुज ना जानिये। ये तीनों नन्दकिशोर।।"
अर्थात् तुलसी को...
हमारी संस्कृति ‘दिनों’ के आधार पर चलती है, ‘डे’ के आधार...
"पवित्र बन, पवित्र बन माँ भारती पुकारती
पवित्रता के बल से ये देश तो महान था
पवित्रता के बल से ही देवता महान था
वक्त आज आ...