Tag: सामाजिक समरसता
धार्मिक और सामाजिक समरसता का प्रतीक: हमारा भारत- तरूण शर्मा
“बहु भाव व एकत्व भव"
अर्थात् 'एकरूपता ही समरसता का वास्तविक अर्थ है।'
हमारी भारत भूमि संतों, मुनियों और राष्ट्रभक्तों के खून पसीने से सींची गई...
रहीम के दोहे में सामाजिक समरसता
टीम हिन्दी
दोहे की प्रकृति ‘गागर में सागर’ भरने की होती है। दिल की जितनी गहराई से उठा भाव दोहे की शक्ल लेता है, उतना...