Tag: tarun sharma
बसंत पंचमी पर क्यों करते हैं सरस्वती की पूजा ? –...
ॐ नमस्ते शारदे देवी, सरस्वती मतिप्रदे
वसत्वम् मम जिव्हाग्रे, सर्वविद्याप्रदोभवः।
अर्थात - 'हे देवी शारदा! आपको मेरा प्रणाम।
हे विद्या दायिनी देवी सरस्वती! आप मेरी जिव्हा के...
हरेक सवारी पर भारी, साइकिल की सवारी – तरूण शर्मा
आज के इस आपाधापी वाले युग में वाहनों से निकलता धुंआ, और उनका शोर पर्यावरण को तो क्षति पहुंचा ही रहा है साथ ही...
संस्कृति की संजीव संवाहक होती है हमारी मातृभाषा।
मातृभाषा का मतलब अक्सर यही निकाला जाता है कि जो भाषा या बोली बच्चे की माँ बोलती है वही मातृभाषा कहलाती है। यानी बच्चा...
खिचड़ी के चार यार दही, पापड़, घी, अचार – रक्षा पंड्या
कभी खट्टा तो कभी मीठा, कभी चटपटा तो कभी तीखा। अलग - अलग स्वाद और सुगंध वाले इस व्यंजन की तो बात ही निराली...
कहते हैं कि ‘ग़ालिब’ का है अंदाज़-ए-बयाँ और।
पूछते हैं वो कि 'ग़ालिब' कौन है
कोई बतलाओ कि हम बतलाएँ क्या
मिर्ज़ा असदुल्ला बेग खां, जिन्हें आज पूरा विश्व मिर्ज़ा ग़ालिब के नाम से...
स्वत्व और स्वाभिमान से प्रकाशित होने का पर्व है गुरु पूर्णिमा...
गुरु पूर्णिमा अर्थात अंधकार से प्रकाश की ओर, अज्ञान से ज्ञान की ओर यात्रा और स्वाभिमान को जाग्रत कराने वाले परम् प्रवर्तक के लिये...
गुरुजी ने दिया था सामाजिक समरसता पर सबसे अधिक जोर
टीम हिन्दी
‘जिस प्रकार किसी पेड़ के बढ़ते समय उसकी सूखी शाखाएँ गिरकर उनके स्थान पर नई-नई शाखाएँ खड़ी हो जाती हैं उसी प्रकार अपने...
खण्ड खण्ड से ही मिलकर बनेगा ‘अखण्ड भारत ‘ |
मैं सर्वस्व हूँ,
मैं समग्र हूँ
मैं सर्वत्र हूँ
मैं भारत हूँ।
...
अब अपनी वर्क डेस्क पर ही करे ये 5 आसान योगासन।
आजकल इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हमारे पास अपने लिए थोड़ा सा भी समय नहीं है। और ऐसे में में हम कहीं न कहीं...
मानवता के लिए करे योग।
हर साल जून महीने की 21 तारीख को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जाता है। सहक्रियता, दिल के लिए योग जैसी विभिन्न संकल्पनाओं के साथ...