लंदन, इंग्लैंड की प्रख्यात संस्था वल्र्ड रिकॉर्ड सर्टिफिकेशन एजेंसी के द्वारा अजीत सिंह को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया है. डब्लूआरसीए एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा एवं संस्कृति के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए लोगों को सम्मानित करती है. अजीत सिंह जो मूलत बक्सर के रहने वाले हैं और वर्तमान में पटना विमेंस कॉलेज के कंप्यूटर विज्ञान के शिक्षक हैं.
बताते दें कि यह सम्मान उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा लिखी गई कंप्यूटर विज्ञान की पुस्तकों के लिए प्रदान किया गया है. शिक्षा के क्षेत्र में इन्होंने कई कंप्यूटर विज्ञान की पुस्तकों को लिखा है , जिनमें कुछ प्रमुख पुस्तकें पाइथन लैंग्वेज, 5 जी टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एज कंप्यूटिंग, फाग टेक्नोलॉजी एवं ऑटोमेटा थ्योरी है. इनकी एक पुस्तक इंटरनेट ऑफ थिंग्स की 5 वर्षीय करार चीन के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय विहंग यूनिवर्सिटी से हुई है , जहां इनकी पुस्तक को विहंग यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम में चाइनीस भाषा में सम्मिलित किया गया है. इतना ही नहीं, श्री सिंह की पुस्तकें सऊदी अरब के प्रिंस सनातन विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में भी सम्मिलित किया गया है जो एक शिक्षक एवं लेखक के लिए अभूतपूर्व उपलब्धि मानी जाती है.
श्री सिंह की प्रारंभिक पढ़ाई पटना से हुई है तथा इन्होंने अपने लगन और मेहनत के साथ आज ऊंचाई को हासिल किया है तथा हाल ही में इन्होंने यूजीसी नेट की परीक्षा कंप्यूटर विज्ञान विषय से सफलतापूर्वक पास किया है. श्री सिंह ग्राम रामूबरिया, सदर प्रखंड, बक्सर के रहने वाले हैं और इस संस्था के द्वारा सम्मान पाने वाले वह ना सिर्फ बक्सर बल्कि बिहार के प्रथम व्यक्ति हैं.
Ajit singh